कल जो लोग अपने थे,
आज वो क्यू पराये है ?
दिल में अपने बसते थे,
आज वो क्यू रुलाते है ?
मिल के कभी हसते थे,
आज वो क्यू कतराते है ?
दोस्ती पे नाज़ रखते थे,
आज वो क्यू शरमाते है ?
ये कैसी रंजिश है "पाशा"
आज वो क्यू वहशी है ?
आज वो क्यू पराये है ?
दिल में अपने बसते थे,
आज वो क्यू रुलाते है ?
मिल के कभी हसते थे,
आज वो क्यू कतराते है ?
दोस्ती पे नाज़ रखते थे,
आज वो क्यू शरमाते है ?
ये कैसी रंजिश है "पाशा"
आज वो क्यू वहशी है ?
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