इस तरह सताया है,
परेशान किया है,
ये या की दोस्ती नहीं,
एहसान किया है।
सोचा था की तुम
दूसरों जैसे नहीं होंगे,
तुमने भी वही काम,
मेरे यार किया है।
मुश्कील था बहोत,
मेरे लिए कराना तालूक,
ये काम भी तुमने,
मेरा आसान किया है।
हर रोज़ सजाते है,
तेरे हिज्र में गुंचे,
आखों को तेरी याद में,
"पाशा" ऐ गुलदान किया है।
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